कानपुर, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने साेमवार सुबह अनवरगंज स्थित नगरीय स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। जहां आठ कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने और संविदा कार्मिकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि साेमवार सुबह 9:30 बजे नगरीय स्वास्थ्य केंद्र अनवरगंज का जायजा लेने पहुंचे। जहां स्वास्थ्य सेवाओं में घाेर लापरवाही सामने आई। उपस्थिति पंजिका की जांच में एक स्थायी कर्मचारी और सात संविदा स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित पाए गए। इनमें बीएचडब्ल्यू शिल्पी सक्सेना, स्टाफ नर्स अंजलि, एएनएम रेनू पांडे, मीना देवी, पुष्पा देवी, अरविंद कुमार, अभिनव तिवारी और मोहित शुक्ला शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि इन सभी अनुपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों का एक दिन का वेतन काटने और संविदा कार्मिकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
इस दौरान एमओआईसी डॉ. दीप्ति गुप्ता ने बताया कि सहायक शोध अधिकारी नम्रता वर्मा वर्तमान में सीएमओ कार्यालय में संबद्ध हैं। इस पर जिलाधिकारी ने संबद्धिकरण के औचित्य की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने लैब की कार्यप्रणाली की भी समीक्षा की। लैब टेक्नीशियन अनुज ने जानकारी दी कि सितंबर माह में अब तक मात्र 14 लोगों ने जांच कराई हैं। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और जांच संख्या बढ़ाने काे कहा। साथ ही उन्होंने उपलब्ध दवाओं का भी अवलोकन कर मरीजों को निर्बाध रूप से दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों का मुख्य उद्देश्य आमजन को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है। इस कार्य में किसी प्रकार की ढिलाई स्वीकार्य नहीं होगी।————
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
You may also like
लॉन्च से पहले लीक हुए Hyundai Venue 2025 के स्पेसिफिकेशन्स, जानिए पूरा डिटेल्स
Government Jobs: रेलवे भर्ती बोर्ड की इस भर्ती के लिए पास में ही आवेदन करने की अन्तिम तारीख, आज ही करें अप्लाई
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने फिर दोहराया- किसी भी युद्ध में थल सेना की भूमिका महत्वपूर्ण
देश के खिलाफ साजिश मामले में एनआईए की 6 राज्यों में छापेमारी, डिजिटल सबूत और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद
फर्जी दस्तावेजों से जमानत कराने वाले तीन लाेगाें के खिलाफ मुकदमा