-प्रतियोगिता में 42 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 3390 खिलाड़ी ले रहे हैं भाग
देहरादून, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) . Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि Uttarakhand बना खेल और पर्यावरण संरक्षण का अग्रदूत बना है. राज्य का लगभग 71 फीसदी क्षेत्र वनाच्छादित है, जो इसे देश का ‘ऑक्सीजन बैंक’ और ‘वाटर टॉवर’ बनाता है.
Chief Minister धामी बुधवार शाम को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में आयोजित 28वीं अखिल Indian वन खेलकूद प्रतियोगिता 2025 को संबोधित करते रहे थे. इस प्रतियोगिता में देशभर के 42 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से 3390 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनमें 700 से अधिक महिला खिलाड़ी शामिल हैं. इस मौके पर Chief Minister ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि इस खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता की मेजबानी का सौभाग्य Uttarakhand को प्राप्त हुआ है. उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव का आभार व्यक्त किया.
इस मौके पर Chief Minister ने कहा कि खेल केवल शारीरिक तंदुरुस्ती का माध्यम नहीं,बल्कि व्यक्तित्व विकास और राष्ट्र निर्माण का भी आधार हैं. प्रदेश में 6 राष्ट्रीय उद्यान,7 वन्यजीव विहार और 4 संरक्षण आरक्षित क्षेत्र हैं—जो पूरे देश के औसत से कहीं अधिक है. उन्होंने बताया कि वन्यजीव संरक्षण के लिए राज्य सरकार ने जीपीएस ट्रैकिंग, ड्रोन सर्विलांस, डॉग स्क्वॉड जैसी आधुनिक तकनीकें लागू की हैं. साथ ही, मानव-वन्यजीव संघर्ष में मुआवजा राशि को 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दिया गया है.
Chief Minister ने खेल संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण के दोहरे संकल्प पर जोर देते हुए कहा कि खेल व्यक्ति में अनुशासन, टीमवर्क और संघर्ष की भावना विकसित करते हैं. उन्होंने कहा कि वन कर्मियों का फिट रहना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि वही वन और पर्यावरण की रक्षा के असली प्रहरी हैं. राज्य सरकार खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ वन संपदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी सतत प्रयासरत है.
Chief Minister ने बताया कि हाल ही में वर्ल्ड कप विजेता Indian women's cricket टीम की सदस्य एवं Uttarakhand की बेटी स्नेहा राणा को 50 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की घोषणा की गई है. प्रदेश में 8 शहरों में 23 खेल अकादमियां, एक राज्य खेल विश्वविद्यालय, और महिलाओं के लिए महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की जा रही है. उन्होंने कहा कि “राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों को हमारी सरकार ‘आउट ऑफ टर्न’ नियुक्ति दे रही है और उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये की सम्मान राशि भी प्रदान कर रही है.”
Chief Minister ने कहा कि देशभर से आए वन अधिकारी और खिलाड़ी अपनी अनुशासन, परिश्रम और खेल भावना से न केवल खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे,बल्कि वन संपदा के संरक्षण और हरित Uttarakhand निर्माण के संकल्प को भी साकार करेंगे. “आप सभी अपने परिश्रम से न केवल राज्य का गौरव बढ़ा रहे हैं,बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित,स्वस्थ और सशक्त Uttarakhand का निर्माण कर रहे हैं.
विजेताओं के नाम पर 1600 सै से अधिक लगाए गए रुद्राक्ष:
Chief Minister ने कहा कि हाल ही में संपन्न 38वें राष्ट्रीय खेलों को Uttarakhand ने ‘ग्रीन गेम्स’ की थीम पर आयोजित किया,जहां सभी सामग्री ई-वेस्ट और रिसाइकल्ड मटेरियल से तैयार की गई.
उन्होंने बताया कि 2.77 हेक्टेयर भूमि पर ‘खेल वन’ विकसित किया गया है, जहां पदक विजेताओं के नाम पर 1600 से अधिक रुद्राक्ष वृक्ष लगाए गए हैं. यह स्थल खेल उत्कृष्टता के साथ हरित चेतना का प्रतीक बनेगा.
Chief Minister ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान का उल्लेख करते हुए खिलाड़ियों से आग्रह किया कि “यदि आप इस स्टेडियम परिसर में अपनी माता जी के नाम एक पौधा लगाएंगे, तो यह मां के प्रति प्रेम और सम्मान का प्रतीक होगा और इस आयोजन को यादगार बनाएगा.”
सीएम यंग ईको-प्रिन्योर योजना और इको-टूरिज्म
Chief Minister ने बताया कि राज्य में “सीएम यंग ईको-प्रिन्योर योजना” के तहत युवाओं को नेचर गाइड, ड्रोन पायलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, ट्रेकिंग गाइड और इको-टूरिज्म उद्यमी के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है. साथ ही, “कैन्टर राइड” जैसी पहलों से स्थानीय समुदायों को वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन से जोड़कर उनकी आजीविका सशक्त की जा रही है. उन्होंने कहा कि कॉर्बेट में ‘वन्यजीवों का एम्स’ कहे जाने योग्य आधुनिक रेस्क्यू सेंटर स्थापित किया गया है.
हल्द्वानी जू सफारी परियोजना और उत्तरकाशी में प्रस्तावित स्नो लेपर्ड कंज़र्वेशन सेंटर ये दोनों परियोजनाएं राज्य के पर्यटन और वन्यजीव संरक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.”
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल,राज्यसभा सांसद नरेश बंसल एवं कल्पना सैनी, विधायक उमेश शर्मा काउ,खजान दास, सविता कपूर, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु,प्रमुख वन संरक्षक Uttarakhand सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे.
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार






