भोपाल, 21 अप्रैल . मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राजा भोज विमानतल पर सोमवार को वार्षिक “एंटी-हाईजैक मॉक ड्रिल” का आयोजन किया गया. इस अभ्यास का उद्देश्य विमान हाईजैक जैसी आकस्मिक परिस्थितियों में त्वरित एवं समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था.
ड्रिल के दौरान एक विमान के अपहरण की प्रतीकात्मक स्थिति को निर्मित किया गया, जिसमें हाईजैक की सूचना प्राप्त होते ही त्वरित और योजनाबद्ध प्रतिक्रिया क्रियान्वित की गई. एटीसी द्वारा विमान के हाईजैक की सूचना प्राप्त होते ही एरोड्रम कमेटी के सभी सदस्यों को तत्काल सूचित किया गया, इसके बाद सभी सदस्य भोपाल विमानतल पर तकनीकी ब्लॉक के द्वितीय तल पर स्थित एरोड्रम कमेटी कंट्रोल रूम में एकत्रित हुए. इस कमेटी की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह विभाग) द्वारा की जाती है, जो कि केन्द्रीय समिति से समन्वय करके त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करती है.
इस मॉक ड्रिल का नेतृत्व आईपीएस कृष्णावेणी देशावतु, सचिव, गृह विभाग, की उपस्थिति में किया गया. इस दौरान विभिन्न सुरक्षा और आपातकालीन एजेंसियों के मध्य बेहतर समन्वय एवं कार्रवाई की वास्तविकता को परखा गया. ड्रिल के दौरान सभी एजेंसियों ने आपसी सहयोग एवं तत्परता का प्रदर्शन किया. इस अभ्यास से यह सुनिश्चित हुआ कि भोपाल हवाई अड्डा किसी भी आपात स्थिति में सभी संबंधित विभागों के साथ तत्काल और समन्वित रूप से कार्य करने के लिए तैयार है.
ड्रिल में विमानपत्तन निदेशक भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण रामजी अवस्थी, कमाण्डेंट केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अतुल भनौत्रा, मेजर विवेक वशिष्ठ, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, राज्य शासन के प्रतिनिधि, जिला प्रशासन की ओर से अपर कलेक्टर अंकुर मेशराम,जिला पुलिस की ओर से अपर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो, भारतीय सेना, इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया.
तोमर
You may also like
गौ तस्करी के आरोपी नाजिम खान की सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की रद्द
शादी के 5वें दिन दुल्हन ने निकाल दी पति की चींखें, फिर मुंह दबाकर कर डाला कांड ι
केरल में प्रेमी की हत्या के मामले में युवती को फांसी की सजा
ज्योतिष: इस रंग का होना चाहिए बच्चों का बैग, विद्यार्थी का पढ़ाई में मन लगेगा
8th Pay Commission: फिटमेंट फैक्टर के अलावा ये तरीके भी बढ़ाएंगे आपकी सैलरी