– समुदाय आधारित वन पुनर्स्थापन एवं जलवायु परिवर्तन-अनुकूलन आजीविका कार्यशाला का समापन
भोपाल, 19 अप्रैल . पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि जन-समुदाय की पारम्परिक ज्ञान प्रणाली की वन संरक्षण में अहम भूमिका है. जनजातीय समाज के सहयोग से वनों के संरक्षण एवं पुनर्स्थापन के कार्य अधिक प्रभावी ढंग से किये जा सकते हैं.
मंत्री पटेल शनिवार को आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी भोपाल में समुदाय आधारित वन पुनर्स्थापन एवं जलवायु परिवर्तन-अनुकूलन आजीविका पर दो दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. कार्यशाला में जनजातीय समुदाय की सहभागिता को बढ़ावा देने और सतत विकास के लिये प्रशिक्षण एवं जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया गया.
कार्यशाला में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ने विभिन्न सत्रों के प्रतिभागियों को वन प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और स्थानीय स्तर पर नवाचारों के प्रयोग के बारे में बताया. इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासकीय अधिकारी एवं अकादमी के कर्मचारी उपस्थित रहे.
तोमर
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