जम्मू, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . जम्मू-कश्मीर के समाजसेवी और भाषाई क्षेत्र में सक्रिय कार्यकर्ता शास्त्री विपन खजूरिया को केंद्र सरकार ने एक बार फिर हिन्दी सलाहकार समिति में गैर-सरकारी सदस्य के रूप में नामित किया है. यह उनका लगातार तीसरा नामांकन है. यह समिति देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार और नीतिगत सुझावों के लिए कार्य करती है. शास्त्री विपन खजूरिया लम्बे समय से हिन्दी, डोगरी और संस्कृत के संरक्षण व संवर्धन से जुड़े हैं. इसी क्रम में कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में डीआईजी जम्मू-कठुआ-सांबा रेंज शिव कुमार शर्मा ने उन्हें सम्मानित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष एवं स्टेट अवॉर्डी महंत रोहित शास्त्री ने की.
महंत रोहित शास्त्री ने कहा कि हिन्दी, डोगरी और संस्कृत तीनों भाषाएँ हमारी पहचान और संस्कृति की मूल धारा हैं, और इनके प्रचार में विपन खजूरिया का योगदान उल्लेखनीय रहा है. उन्होंने कहा कि समिति में उनकी पुनर्नियुक्ति क्षेत्रीय भाषाओं को सशक्त करने की दिशा में सकारात्मक कदम है. डीआईजी शिव कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि ऐसे समाजसेवियों की भागीदारी से देश की भाषायी विविधता को नई दिशा मिलती है और यह युवाओं के लिए भी प्रेरणादायक है. कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य नागरिकों ने इसे जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत के सम्मान के रूप में देखा. शास्त्री विपन खजूरिया ने कहा कि यह अवसर क्षेत्र की भाषायी परंपरा को राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी लेकर आता है.
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
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