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जम्मू : प्रधानमंत्री कुसुम योजना से किसानों को मिल रही सोलर पंपों की सुविधा

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जम्मू, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'प्रधानमंत्री कुसुम योजना' के तहत किसानों को सोलर पंपों की सुविधा दी जा रही है। इस योजना को तीन भागों ए, बी और सी में बांटा गया है।

इनमें खासतौर पर उन क्षेत्रों के लिए सोलर पंपों का प्रावधान किया गया है, जहां ग्रिड-इलेक्ट्रिसिटी उपलब्ध नहीं है। इन क्षेत्रों में पहले डीजल पंपों का इस्तेमाल होता था, जो पर्यावरण और लोगों के लिए हानिकारक थे।

अब, सरकार ने किसानों के लिए सोलर पंपों की सुविधा उपलब्ध कराई है, जिससे न केवल लागत में कमी आई है, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर पड़ा है।

जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत अब तक 2,300 सोलर पंप स्थापित किए जा चुके हैं और लक्ष्य के अनुसार आने वाले समय में लगभग 5,000 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

इस योजना के तहत, केंद्र सरकार 50 प्रतिशत सब्सिडी देती है, जबकि जम्मू-कश्मीर सरकार 30 प्रतिशत सब्सिडी देती है। शेष 20 प्रतिशत की राशि किसानों को बैंकों से लोन लेकर जमा करनी होती है, जिससे यह योजना किसानों के लिए लगभग मुफ्त साबित हो रही है।

जम्मू-कश्मीर ऊर्जा विकास एजेंसी के कार्यकारी अभियंता खालिद महमूद ने आईएएनएस से कहा कि हमने अब तक 2,300 सोलर पंप इंस्टॉल किए हैं और हमारा लक्ष्य 5,000 पंप लगाने का है। इस दौरान हम किसानों को इस योजना के लाभ के बारे में जागरूक कर रहे हैं ताकि वे इसका अधिकतम लाभ उठा सकें।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत तीन किलोवाट तक के सोलर पैनल्स को 60-65 प्रतिशत सब्सिडी के तहत उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे किसानों को घरों में भी सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा मिल रही है।

उन्होंने बताया कि एक 2 एचपी का सोलर पंप लगभग 1,78,000 रुपए का होता है, लेकिन किसानों को केवल 35,000 रुपए ही देने पड़ते हैं, बाकी 80 प्रतिशत की सब्सिडी सरकार प्रदान करती है। इस योजना से किसानों को बेहद लाभ हो रहा है और सरकार की ओर से इस योजना को दूर-दराज के क्षेत्रों में भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से, आरएसपुरा सहित जम्मू के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को योजना के लाभ और प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जा रही है, ताकि वे इसका लाभ उठा सकें और अपने कृषि कार्यों को बेहतर बना सकें।

--आईएएनएस

डीएससी/एबीएम

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