इंटरनेट डेस्क। क्रिकेट के फैंस इस बात के लिए तैयार नहीं थी कि रविचंद्रन अश्विन पिछले साल दिसंबर में टेस्ट सीरीज के बीच में ही संन्यास की घोषणा कर देंगे। अब उन्होंने भी ये साफ कर दिया है कि वह अपने दो पूर्व साथियों - रोहित शर्मा और विराट कोहली - को सिर्फ पांच दिनों के अंतराल में अपने टेस्ट करियर से संन्यास लेते हुए देखने के लिए तैयार नहीं थे, खासकर तब जब इंग्लैंड का महत्वपूर्ण दौरा लगभग एक महीने बाद शुरू होने वाला है। बता दें कि रोहित ने 7 मई को सोशल मीडिया के ज़रिए अपने संन्यास की घोषणा की। कोहली ने भी सोमवार को इंस्टाग्राम पर यही किया। ये दोनों महत्वपूर्ण घटनाक्रम इंग्लैंड दौरे के लिए निर्धारित चयन बैठक से ठीक पहले हुई।
गौतम गंभीर युग की है शुरुआत...अपने यूट्यूब शो 'ऐश की बात' पर बात करते हुए, पूर्व भारतीय स्पिनर ने कहा कि उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि दो रिटायरमेंट की घोषणा इस तरह से होगी और उनका मानना है कि जसप्रीत बुमराह भारत की टेस्ट टीम में अचानक और महत्वपूर्ण नेतृत्व शून्यता का समाधान है। अश्विन ने कहा कि मुझे इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि दोनों [रोहित और कोहली] एक साथ रिटायर होंगे। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक परीक्षा की घड़ी होगी, और मैं कहूंगा कि यह वास्तव में गौतम गंभीर युग की शुरुआत है। इंग्लैंड का दौरा करने वाली टीम पूरी तरह से नई टीम होगी, एक बदली हुई टीम जिसमें बुमराह शायद सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी होंगे। वह स्पष्ट रूप से कप्तानी के विकल्पों में से एक है; मुझे लगता है कि वह कप्तानी के हकदार हैं, लेकिन चयनकर्ता उनकी शारीरिक क्षमता के आधार पर निर्णय लेंगे।
रोहित को इंग्लैंड में खेलना चाहिए था। कोहली ने..
रोहित और कोहली के रिटायरमेंट के समय के बारे में बात करते हुए अश्विन का दृढ़ विश्वास है कि दोनों के पास अभी भी बहुत कुछ है। उन्हें लगता है कि रोहित को कप्तानी को ध्यान में रखते हुए इंग्लैंड का दौरा करना चाहिए था, उसके बाद ही अपने भविष्य पर फैसला लेना चाहिए, जबकि कोहली के पास अभी कुछ और साल बचे हैं। अश्विन ने कहा कि मुझे संतुष्टि का एहसास होगा, लेकिन मुझे ईमानदारी से लगता है कि कोहली के पास निश्चित रूप से एक-दो साल का टेस्ट क्रिकेट बचा है। रोहित, मुझे लगा कि कम से कम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ तक तो खेलेंगे, क्योंकि टीम में नेतृत्व की कमी है।
PC : News18
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