इंटरनेट डेस्क। सेवानिवृत्त बांग्लादेशी मेजर जनरल एएलएम फजलुर रहमान ने कहा है कि यदि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बदले में भारत पाकिस्तान पर हमला करती है तो बांग्लादेशको भारत के सभी सात पूर्वोत्तर राज्यों पर आक्रमण कर कब्जा कर लेना चाहिए। बांग्लादेश राइफल्स के पूर्व प्रमुख रहमान, जिन्हें बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस का करीबी माना जाता है, ने भी इस बेतुके विचार को साकार करने के लिए चीन के साथ सहयोग लेने की बात कही।
बांग्लादेश को पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों पर कब्ज़ा...अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों पर कब्ज़ा करना होगा। इस संबंध में, मुझे लगता है कि चीन के साथ संयुक्त सैन्य व्यवस्था पर चर्चा शुरू करना ज़रूरी है। रहमान की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब नई दिल्ली और ढाका मतभेदों को दूर करने और द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, जो पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में शरण मांगने और देश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित लक्षित हमलों की भारत की चिंताओं के बाद नए निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।
चीन यात्रा के बाद शुरू किया बयान
मार्च में चीन की अपनी यात्रा के दौरान मुहम्मद यूनुस द्वारा भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर टिप्पणी किए जाने से भी तनाव में बढ़ोतरी हुई है। यूनुस ने कहा कि भारत के सात राज्य, भारत का पूर्वी भाग, सात बहनें कहलाते हैं। वे भारत के चारों ओर से घिरे हुए क्षेत्र हैं। उनके पास समुद्र तक पहुँचने का कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने बांग्लादेश को इस क्षेत्र में समुद्र का एकमात्र संरक्षक बताया और कहा कि यह एक बड़ा अवसर हो सकता है, चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार हो सकता है। इस टिप्पणी की भारत की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के कई नेताओं ने निंदा की।
PC : HindustanTimes
You may also like
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस आज, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोले 'देश में पत्रकारिता की भूमिका अहम'
Sambhal CO Anuj Chaudhry Transfer: संभल के सीओ अनुज चौधरी का ट्रांसफर, होली और जुमा पर बयान देकर चर्चा में आए थे
रात को ब्रा पहनकर सोना चाहिए या नहीं.? 99% महिलाएं लेती हैं गलत फैसला 〥
श्री सांवलिया जी सेठ के खजाने एकबार फिर तोड़ा रिकॉर्ड, 25 करोड़ कैश के साथ निकला इतने किलो सोना-चांदी
Pushya Nakshatra 2025: जानिए सालभर की शुभ तिथियां और महत्व