लाइव हिंदी खबर :- हिंदू धर्म में अनेक देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। इनकी संख्या इतनी अधिक है कि सभी के नाम याद रखना कठिन है। प्रमुख देवी-देवताओं में भगवान शिव, विष्णु, ब्रह्मा, गणेश, श्रीराम, श्रीकृष्ण, मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और वैष्णो देवी शामिल हैं। इन देवी-देवताओं के पीछे कई रोचक किंवदंतियां हैं, जिनमें से एक मां लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी के बारे में है।
लक्ष्मी और अलक्ष्मी की उत्पत्ति
मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है, जबकि उनकी बहन अलक्ष्मी को दुर्भाग्य की देवी कहा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां लक्ष्मी का जन्म समुद्र मंथन से हुआ था, लेकिन उनकी बहन अलक्ष्मी पहले ही प्रकट हो चुकी थीं। अलक्ष्मी को ज्येष्ठा लक्ष्मी भी कहा जाता है।
लक्ष्मी और अलक्ष्मी में अंतर
1. मां लक्ष्मी धन की देवी हैं, जबकि अलक्ष्मी दुर्भाग्य की देवी मानी जाती हैं।
2. मां लक्ष्मी का विवाह भगवान विष्णु से हुआ, जबकि अलक्ष्मी का विवाह एक ऋषि से हुआ।
3. मां लक्ष्मी हमेशा कमल पर विराजमान रहती हैं, जबकि अलक्ष्मी की सवारी उल्लू है।
4. मां लक्ष्मी को मिठाइयां पसंद हैं, जबकि अलक्ष्मी को खट्टी और तीखी चीजें भाती हैं।
5. मां लक्ष्मी का निवास घर के भीतर होता है, जबकि अलक्ष्मी को घर के बाहर रखा जाता है।
अलक्ष्मी से बचने के उपाय
शास्त्रों के अनुसार, अलक्ष्मी दरिद्रता का प्रतीक हैं, इसलिए उन्हें अपने घर से दूर रखने के लिए कुछ उपाय किए जाने चाहिए। जैसे, घर में मीठे व्यंजन बनाकर मां लक्ष्मी को भोग लगाना और घर के बाहर नींबू-मिर्ची लगाना। इससे अलक्ष्मी घर में प्रवेश नहीं कर पाती।
साफ-सफाई का ध्यान रखना भी आवश्यक है, क्योंकि गंदगी वाले स्थानों पर अलक्ष्मी का वास होता है। घर में रोशनी बनाए रखना और शांति बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है।
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