इस्लामाबाद: भारत के पश्चिमी तट के पास रणनीतिक हलचलें काफी तेज हो गई हैं। पाकिस्तान को भारतीय हमले का खौफ सता रहा है। भारत के तीनों सेनाओं के संयुक्त युद्धाभ्यास 'त्रिशूल' के शुरू होते ही पाकिस्तान में बेचैनी की लहरे हैं। जिसके बाद पाकिस्तान ने अरब सागर में नया नेवल नेविगेशनल अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी के तहत पाकिस्तानी नौसेना 2 से 5 नवंबर के बीच सर क्रीक क्षेत्र के नजदीक लाइव फायरिंग और नौसैनिक अभ्यास करेगी।
आपको बता दें कि यह वही इलाका है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच समुद्री सीमा को लेकर दशकों से विवाद चला आ रहा है। पाकिस्तान की तरफ से जारी नेविगेशनल अलर्ट में 135 किलोमीटर लंबा समुद्री क्षेत्र शामिल किया गया है। इस दौरान इस क्षेत्र से सभी वाणिज्यिक और नागरिक जहाजों को दूर रहने की सलाह दी गई है।
पाकिस्तान ने अरब सागर में जारी किया नोटम
पाकिस्तान ने अरब सागर में लाइव नौसैनिक फायरिंग अभ्यास के लिए चेतावनी (NAVAREA) जारी की है, जो भारत के चल रहे त्रिशूल-सेवा त्रि-सेना अभ्यास के शुरू होने बाद उसके डर के माहौल को दिखाती है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी नौसेना 2 नवंबर से 5 नवंबर के बीच विवादित सर क्रीक क्षेत्र और भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) के निकट के जलक्षेत्र में लाइव फायरिंग और नौसैनिक युद्धाभ्यास करेगी। यह चेतावनी 135 किलोमीटर के नौवहन क्षेत्र को कवर करती है।
रक्षा सूत्रों के हवाले से न्यूज-18 ने कहा है कि इस अभ्यास के दौरान मिसाइल परीक्षण और पनडुब्बी से छोड़े जाने वाले टॉरपीडो के ट्रायल भी किए जा सकते हैं। पाकिस्तान ने पिछले कुछ हफ्तों में लगातार कई NOTAMs और NAVAREA चेतावनियां जारी की हैं, जिससे संकेत मिलता है कि इस क्षेत्र में उसकी सैन्य गतिविधियां असामान्य रूप से बढ़ गई हैं। एक नवंबर से 30 नवंब के बाच पाकिस्तान ने भी कई हवाई और समुद्री क्षेत्रों को प्रतिबंधित कर दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान को आशंका है कि भारत अचानकर हमला कर सकता है।
हालांकि नवभारत टाइम्स से बात करते हुए पूर्व एयरफोर्स पायलट विजयेन्द्र के ठाकुर ने ऐसी बातों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से जारी सभी नोटम के "शुरू होने का समय भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे के आसपास है। NOTAMS पूर्णिमा से लेकर अमावस्या के आसपास बारी-बारी से आयोजित होते हैं। अगर मैं अनुमान लगाऊं तो कहूंगा कि भारतीय वायुसेना कई अभ्यास कर रही है। खराब मौसम को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा अभ्यास रात में किए जा रहे हैं।" वहीं इस सवाल पर कि क्या भारत के नोटम का सर क्रीक के आसपास के इलाकों से कोई लेनादेना है तो उन्होंने कहा कि, "मुझे नहीं लगता कि इनका आपस में कोई संबंध है। अरब सागर में चल रहा अभ्यास एक त्रि-सेवा अभ्यास है। पूर्व के लिए NOTAMS संभवतः भारतीय वायुसेना के अलग-अलग पूर्णिमा की रात की परिस्थितियों में प्रशिक्षण के लिए एकमात्र अभ्यास हैं।"
भारत का त्रिशूल युद्धाभ्यास क्या है?
आपको बता दें कि भारत की तरफ से जारी 'त्रिशूल' युद्धाभ्यास को तीनों सेनाओं के बीच तालमेल और कॉर्डिनेशन बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, ये एक बहुत बड़ा युद्धाभ्यास है। इसमें सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच आपसी कॉर्डिनेशन और इंटीग्रेशन का टेस्ट किया जा रहा है। अभ्यास के दौरान समुद्र से लेकर रेगिस्तान और जमीनी इलाकों में आक्रामक युद्धाभ्यास किए जाएंगे और कई तरह के ऑपरेशन शक्ति की जांच की जाएगी। इस दौरान वायुसेना अपने राफेल, Su-30MKI, RPAs, UAVs, IL-78 रीफ्यूलर्स और AEW&C सिस्टम्स को तैनात कर रही है, जबकि नौसेना के अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत और मिसाइल जहाज समुद्री अभ्यास में भाग ले रहे हैं। वहीं, थलसेना ने करीब 25,000 जवानों को तैनात किया है, जिन्हें मुख्य युद्धक टैंक, तोपखाने, सशस्त्र हेलीकॉप्टर, और कई स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों से लैस किया गया है।
आपको बता दें कि यह वही इलाका है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच समुद्री सीमा को लेकर दशकों से विवाद चला आ रहा है। पाकिस्तान की तरफ से जारी नेविगेशनल अलर्ट में 135 किलोमीटर लंबा समुद्री क्षेत्र शामिल किया गया है। इस दौरान इस क्षेत्र से सभी वाणिज्यिक और नागरिक जहाजों को दूर रहने की सलाह दी गई है।
पाकिस्तान ने अरब सागर में जारी किया नोटम
पाकिस्तान ने अरब सागर में लाइव नौसैनिक फायरिंग अभ्यास के लिए चेतावनी (NAVAREA) जारी की है, जो भारत के चल रहे त्रिशूल-सेवा त्रि-सेना अभ्यास के शुरू होने बाद उसके डर के माहौल को दिखाती है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी नौसेना 2 नवंबर से 5 नवंबर के बीच विवादित सर क्रीक क्षेत्र और भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) के निकट के जलक्षेत्र में लाइव फायरिंग और नौसैनिक युद्धाभ्यास करेगी। यह चेतावनी 135 किलोमीटर के नौवहन क्षेत्र को कवर करती है।
Pakistan now issues a naval navigational warning for a firing exercise in the same area India has an airspace reservation for its ongoing tri-services military drills
— Damien Symon (@detresfa_) November 1, 2025
02-05 November 2025 pic.twitter.com/Gz7d3Q4igK
रक्षा सूत्रों के हवाले से न्यूज-18 ने कहा है कि इस अभ्यास के दौरान मिसाइल परीक्षण और पनडुब्बी से छोड़े जाने वाले टॉरपीडो के ट्रायल भी किए जा सकते हैं। पाकिस्तान ने पिछले कुछ हफ्तों में लगातार कई NOTAMs और NAVAREA चेतावनियां जारी की हैं, जिससे संकेत मिलता है कि इस क्षेत्र में उसकी सैन्य गतिविधियां असामान्य रूप से बढ़ गई हैं। एक नवंबर से 30 नवंब के बाच पाकिस्तान ने भी कई हवाई और समुद्री क्षेत्रों को प्रतिबंधित कर दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान को आशंका है कि भारत अचानकर हमला कर सकता है।
हालांकि नवभारत टाइम्स से बात करते हुए पूर्व एयरफोर्स पायलट विजयेन्द्र के ठाकुर ने ऐसी बातों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से जारी सभी नोटम के "शुरू होने का समय भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे के आसपास है। NOTAMS पूर्णिमा से लेकर अमावस्या के आसपास बारी-बारी से आयोजित होते हैं। अगर मैं अनुमान लगाऊं तो कहूंगा कि भारतीय वायुसेना कई अभ्यास कर रही है। खराब मौसम को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा अभ्यास रात में किए जा रहे हैं।" वहीं इस सवाल पर कि क्या भारत के नोटम का सर क्रीक के आसपास के इलाकों से कोई लेनादेना है तो उन्होंने कहा कि, "मुझे नहीं लगता कि इनका आपस में कोई संबंध है। अरब सागर में चल रहा अभ्यास एक त्रि-सेवा अभ्यास है। पूर्व के लिए NOTAMS संभवतः भारतीय वायुसेना के अलग-अलग पूर्णिमा की रात की परिस्थितियों में प्रशिक्षण के लिए एकमात्र अभ्यास हैं।"
India's military releases visuals of ongoing exercise Trishul:pic.twitter.com/DLr8udjR1O
— Sidhant Sibal (@sidhant) November 1, 2025
भारत का त्रिशूल युद्धाभ्यास क्या है?
आपको बता दें कि भारत की तरफ से जारी 'त्रिशूल' युद्धाभ्यास को तीनों सेनाओं के बीच तालमेल और कॉर्डिनेशन बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, ये एक बहुत बड़ा युद्धाभ्यास है। इसमें सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच आपसी कॉर्डिनेशन और इंटीग्रेशन का टेस्ट किया जा रहा है। अभ्यास के दौरान समुद्र से लेकर रेगिस्तान और जमीनी इलाकों में आक्रामक युद्धाभ्यास किए जाएंगे और कई तरह के ऑपरेशन शक्ति की जांच की जाएगी। इस दौरान वायुसेना अपने राफेल, Su-30MKI, RPAs, UAVs, IL-78 रीफ्यूलर्स और AEW&C सिस्टम्स को तैनात कर रही है, जबकि नौसेना के अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत और मिसाइल जहाज समुद्री अभ्यास में भाग ले रहे हैं। वहीं, थलसेना ने करीब 25,000 जवानों को तैनात किया है, जिन्हें मुख्य युद्धक टैंक, तोपखाने, सशस्त्र हेलीकॉप्टर, और कई स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों से लैस किया गया है।
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