अगली ख़बर
Newszop

इकरा हसन ने ऐसा क्या बोल दिया? कैराना में राजनीतिक तनाव चरम पर, सपा सांसद का आवास बना छावनी

Send Push
शरद मलिक, शामली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया 'डेंटिंग-पेंटिंग' वाले बयान पर सपा सांसद इकरा हसन की तीखी प्रतिक्रिया ने कैराना में राजनीतिक तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। हिंदू रक्षा दल जैसे संगठनों ने उनके बयान को भड़काऊ बताते हुए विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। इसके बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने सांसद के आवास सहित प्रमुख स्थानों पर भारी फोर्स तैनात कर दी है। संगठन के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की गई है।



एक हफ्ते पहले योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए इकरा हसन ने कहा था, 'जैसे दूसरे देशों में जनता ने सरकारों को उखाड़ फेंका है, वैसे ही भारत के लोग भी तैयार बैठे हैं।' इस बयान को हिंदू संगठनों ने सीएम और देश के खिलाफ अपमानजनक माना। हिंदू रक्षा दल ने इसे राजनीतिक उकसावे का रूप देते हुए कैराना में बड़े स्तर पर प्रदर्शन की घोषणा कर दी, जिससे इलाके का माहौल गर्म हो गया।

image मुख्‍य चौराहों पर सघन चेकिंगप्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कैराना कस्बे में जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा दी। मुख्य चौराहों पर वाहनों की सघन चेकिंग शुरू हो गई है। सांसद इकरा हसन के आवास के बाहर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं। जिला प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि कानून-व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी, और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।



हिंदू रक्षा दल का प्रदर्शन, नारेबाजी और ज्ञापनहिंदू रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष अमित प्रजापति अपने कार्यकर्ताओं के साथ शामली पहुंचे और कैराना की ओर कूच करने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें घेराबंदी कर रोक लिया और कैराना जाने से मना कर दिया। कार्यकर्ताओं को शामली के एसपी कार्यालय ले जाया गया, जहां उन्होंने जय श्री राम और इकरा हसन मुर्दाबाद के जोरदार नारे लगाए। अमित प्रजापति ने कहा, यह राजनीति है और राजनीतिक बयान कुछ भी हो सकते हैं, लेकिन देश और योगी जी के प्रति ऐसी बेअदबी हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। संगठन ने एसपी शामली को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें इकरा हसन के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई। ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि यदि केस दर्ज नहीं हुआ, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।



image

राजनीतिक माहौल गरमाया, आगे क्या?यह घटना उत्तर प्रदेश की सियासत में नया विवाद खड़ी कर रही है, जहां योगी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों के बयान लगातार तेज हो रहे हैं। सपा और अन्य विपक्षी नेताओं ने हसन के बयान का समर्थन किया है, जबकि भाजपा समर्थक संगठन इसे राज्य-विरोधी बता रहे हैं। फिलहाल, शामली पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तैयारी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कैराना जैसे संवेदनशील इलाके में ऐसी राजनीतिक बयानबाजी तनाव बढ़ा सकती है। जिला प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें