सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा शनिवार से शुरू हो चुकी है और पूरे उत्तर भारत में इसका श्रद्धा और उत्साह के साथ इंतजार किया जाता है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाने वाला यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया की आराधना का प्रतीक है। इस पर्व के दौरान गाए जाने वाले छठ गीत श्रद्धालुओं की भावनाओं को गहराई से जोड़ते हैं।
इस बीच, भोजपुरी सिनेमा की क्वीन और लोकप्रिय गायिका अक्षरा सिंह के छठ गीत फिर से इंटरनेट पर छाए हुए हैं। उनकी मधुर आवाज और भक्ति गीतों ने हर साल की तरह इस साल भी माहौल को भक्तिमय बना दिया है।
अक्षरा सिंह की छठ पूजायही नहीं, अक्षरा सिंह ने हर साल की तरह, इस बार भी छठ का व्रत किया है और वो लगातार अपने सोशल मीडिया पर छठ की झलक दे रही हैं। आस्था के पर्व के पहले दिन अक्षरा सिंह ने नहाय खाय की शुभकामनाएं दीं और दिखाया कि कैसे वो इसकी तैयारी कर रही हैं। थाली सजाकर जमीन पर बैठे वो नहाय खाय के दिन खाना खा रही हैं और बाद में चूल्हे पर ठेकुआ भी बनाया।
नहाय खाय का महत्वएक वीडियो पोस्ट करते हुए भोजपुरी सिंगर ने इसकी एक और झलक दी है जिसमें वो गेहूं सूखाती नजर आ रही हैं। इसी से पता चलता है कि अक्षरा सिंह पूरे विधि-विधान से ये पूजा करती हैं। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'नहाय-खाय छठ पूजा की आध्यात्मिक यात्रा की पहली सीढ़ी है। इस दिन व्रती मां छठी और सूर्य देव से आशीर्वाद मांगती हैं कि आने वाले चार दिनों तक वे नियम, भक्ति और शुद्धता बनाए रखें। यह आस्था का वह क्षण है जहां हर व्रती अपने जीवन की नकारात्मकता को पीछे छोड़, नवऊर्जा के साथ नई शुरुआत करती है।'
अक्षरा सिंह के छठ गीत अक्षरा सिंह के सभी छठ गीत न केवल भक्ति और परंपरा को जीवंत करते हैं, बल्कि इस महापर्व की आध्यात्मिकता को भी गहराई से दिखाते हैं। अगर आपने इन्हें अभी तक नहीं सुना है, तो इस छठ पर इन्हें जरूर सुनें - यकीन मानिए, आपका यह पर्व और भी पवित्र और यादगार बन जाएगा। उनके कुछ फेमस गाने हैं- रोवेला बंझिनिया, सासू जी नाचे अंगना, बड़ा भाग पंवले बाड़े, जोड़े जोड़े फलवा।
इस बीच, भोजपुरी सिनेमा की क्वीन और लोकप्रिय गायिका अक्षरा सिंह के छठ गीत फिर से इंटरनेट पर छाए हुए हैं। उनकी मधुर आवाज और भक्ति गीतों ने हर साल की तरह इस साल भी माहौल को भक्तिमय बना दिया है।
अक्षरा सिंह की छठ पूजायही नहीं, अक्षरा सिंह ने हर साल की तरह, इस बार भी छठ का व्रत किया है और वो लगातार अपने सोशल मीडिया पर छठ की झलक दे रही हैं। आस्था के पर्व के पहले दिन अक्षरा सिंह ने नहाय खाय की शुभकामनाएं दीं और दिखाया कि कैसे वो इसकी तैयारी कर रही हैं। थाली सजाकर जमीन पर बैठे वो नहाय खाय के दिन खाना खा रही हैं और बाद में चूल्हे पर ठेकुआ भी बनाया।
नहाय खाय का महत्वएक वीडियो पोस्ट करते हुए भोजपुरी सिंगर ने इसकी एक और झलक दी है जिसमें वो गेहूं सूखाती नजर आ रही हैं। इसी से पता चलता है कि अक्षरा सिंह पूरे विधि-विधान से ये पूजा करती हैं। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'नहाय-खाय छठ पूजा की आध्यात्मिक यात्रा की पहली सीढ़ी है। इस दिन व्रती मां छठी और सूर्य देव से आशीर्वाद मांगती हैं कि आने वाले चार दिनों तक वे नियम, भक्ति और शुद्धता बनाए रखें। यह आस्था का वह क्षण है जहां हर व्रती अपने जीवन की नकारात्मकता को पीछे छोड़, नवऊर्जा के साथ नई शुरुआत करती है।'
अक्षरा सिंह के छठ गीत अक्षरा सिंह के सभी छठ गीत न केवल भक्ति और परंपरा को जीवंत करते हैं, बल्कि इस महापर्व की आध्यात्मिकता को भी गहराई से दिखाते हैं। अगर आपने इन्हें अभी तक नहीं सुना है, तो इस छठ पर इन्हें जरूर सुनें - यकीन मानिए, आपका यह पर्व और भी पवित्र और यादगार बन जाएगा। उनके कुछ फेमस गाने हैं- रोवेला बंझिनिया, सासू जी नाचे अंगना, बड़ा भाग पंवले बाड़े, जोड़े जोड़े फलवा।





