आलमबाग के आशियाना थाने में धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। आजमगढ़ की रहने वाली लक्ष्मी यादव ने सात लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी खरीदी हुई ज़मीन का फर्जी बैनामा किसी और के नाम कर दिया गया है। पुलिस ने इस शिकायत के बाद गुरुवार को FIR दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
लक्ष्मी यादव ने 20 अक्टूबर 2008 को प्रदीप कुमार मूना और गीता मूना से एक प्लॉट खरीदा था। यह प्लॉट उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से लिया था। लेकिन, आरोप है कि महेंद्र कुमार श्रीवास्तव नाम के एक व्यक्ति ने धोखे से इस प्लॉट को सुनील कुमार सहगल के नाम बेच दिया। यह सब फर्जी कागज़ात बनाकर किया गया।
पीड़ित लक्ष्मी यादव की तहरीर पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है। आशियाना थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि सुनील कुमार सहगल, महेंद्र श्रीवास्तव, रेनू बाला, उत्कर्ष मिश्रा, संदीप निगम, प्रमोद सहगल और तनुज सहगल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। सुनील कुमार सहगल LDA कॉलोनी के निवासी हैं, जबकि उत्कर्ष मिश्रा बरेली के रहने वाले हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
लक्ष्मी यादव ने 20 अक्टूबर 2008 को प्रदीप कुमार मूना और गीता मूना से एक प्लॉट खरीदा था। यह प्लॉट उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से लिया था। लेकिन, आरोप है कि महेंद्र कुमार श्रीवास्तव नाम के एक व्यक्ति ने धोखे से इस प्लॉट को सुनील कुमार सहगल के नाम बेच दिया। यह सब फर्जी कागज़ात बनाकर किया गया।
पीड़ित लक्ष्मी यादव की तहरीर पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है। आशियाना थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि सुनील कुमार सहगल, महेंद्र श्रीवास्तव, रेनू बाला, उत्कर्ष मिश्रा, संदीप निगम, प्रमोद सहगल और तनुज सहगल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। सुनील कुमार सहगल LDA कॉलोनी के निवासी हैं, जबकि उत्कर्ष मिश्रा बरेली के रहने वाले हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
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