नई दिल्ली: लाल किले के पास हुए कार धमाके ने भारत के सबसे बड़े और सबसे पुराने थोक बाजार को भी हिलाकर रख दिया है। चांदनी चौक समेत आसपास के बड़े बाजार बंद कर दिए गए हैं। इस भयानक हादसे में कई लोगों की जान चली गई है। दर्जनों घायल हुए हैं। यह घटना लाल किले के आसपास विशाल बाजार और इसके रोजाना के करोड़ों के कारोबार पर बड़ा झटका साबित हो सकती है। यह बाजार सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए सामान पहुंचाने का बड़ा सेंटर है।
लाल किले के सामने और आसपास फैला बाजार एशिया के सबसे बड़े थोक और खुदरा मार्केट में से एक है। यहां रोज़ाना 4 लाख से 6 लाख लोग आते-जाते हैं। यह संख्या दिल्ली-एनसीआर के बड़े मॉल्स के कुल फुटफॉल से भी कहीं ज्यादा है। यहां कपड़े, जेवर, मसाले, सूखे मेवे, इलेक्ट्रॉनिक्स, कैमरे और शादी के सामान जैसी हर तरह की चीजें मिलती हैं। चांदनी चौक में ही दुकानों की संख्या हजारों में है। यहां रोजाना का कारोबार करोड़ों रुपये में होता है। व्यापारिक अनुमानों के मुताबिक, सिर्फ थोक व्यापार में ही यह क्षेत्र प्रतिदिन कई सौ करोड़ रुपये का कारोबार करता है। यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक प्रमुख डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर है। चांदनी चौक के अलावा आसपास के बाजारों खारी बावली, नई सड़क, दरीबा कलां, भागीरथ पैलेस, सदर बाजार, गांधी मार्केट इत्यादि शामिल हैं।
कई तरह से पड़ेगा बाजार पर असरइस धमाके का बाजार पर कई तरह से असर पड़ेगा। सबसे पहले, सुरक्षा और जांच के चलते लाल किला मेट्रो स्टेशन और आसपास के बाजारों को तुरंत बंद कर दिया गया है। यानी वहां लोगों की आवाजाही सीमित हो सकती है। इससे रोजाना करोड़ों रुपये के कारोबार पर असर हो सकता है। साथ ही, लाल किला और चांदनी चौक के रास्ते, जहां सामान की लोडिंग और अनलोडिंग होती है, वहां भी असर पड़ने की आशंका है। इससे थोक विक्रेताओं की सप्लाई चेन पर गहरा असर पड़ेगा और देश के दूसरे हिस्सों में सामान भेजने में देरी होगी।
यह बाजार एक बड़ा पर्यटन स्थल भी है। लाल किले के पास इस तरह की घटना लोगों के मन में डर पैदा करेगी। अगले कुछ हफ्तों तक बाजार और मेट्रो स्टेशन पर लोगों की भीड़ कम हो सकती है। इससे खुदरा बिक्री पर असर पड़ेगा। लाल किला दिल्ली का एक मशहूर पर्यटन स्थल है। इस घटना के कारण विदेशी और घरेलू पर्यटक अपनी यात्रा रद्द कर सकते हैं। इससे स्थानीय रेस्टोरेंट, होटल और टूर गाइड के कारोबार को भी नुकसान होगा।
व्यापार की रफ्तार होगी धीमी
पुलिस की जांच और हाई अलर्ट के कारण इस इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी जाएगी। हो सकता है कि नए सुरक्षा नियम लागू हों, जैसे पार्किंग पर सख्ती या सामान की ज्यादा जांच। इससे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए बाजार में आना-जाना मुश्किल हो जाएगा और व्यापार की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी।
यह बाजार सिर्फ सामान खरीदने-बेचने की जगह नहीं है, बल्कि यह हजारों लोगों की रोजी-रोटी का जरिया है। यहां छोटे-बड़े व्यापारी, कारीगर, मजदूर और दुकानदार काम करते हैं। इस घटना का सीधा असर इन सभी लोगों की जिंदगी पर पड़ेगा। बाजार के बंद होने या धीमा होने से उनकी कमाई पर असर पड़ेगा, जिससे उनके परिवारों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
लाल किले के सामने और आसपास फैला बाजार एशिया के सबसे बड़े थोक और खुदरा मार्केट में से एक है। यहां रोज़ाना 4 लाख से 6 लाख लोग आते-जाते हैं। यह संख्या दिल्ली-एनसीआर के बड़े मॉल्स के कुल फुटफॉल से भी कहीं ज्यादा है। यहां कपड़े, जेवर, मसाले, सूखे मेवे, इलेक्ट्रॉनिक्स, कैमरे और शादी के सामान जैसी हर तरह की चीजें मिलती हैं। चांदनी चौक में ही दुकानों की संख्या हजारों में है। यहां रोजाना का कारोबार करोड़ों रुपये में होता है। व्यापारिक अनुमानों के मुताबिक, सिर्फ थोक व्यापार में ही यह क्षेत्र प्रतिदिन कई सौ करोड़ रुपये का कारोबार करता है। यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक प्रमुख डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर है। चांदनी चौक के अलावा आसपास के बाजारों खारी बावली, नई सड़क, दरीबा कलां, भागीरथ पैलेस, सदर बाजार, गांधी मार्केट इत्यादि शामिल हैं।
कई तरह से पड़ेगा बाजार पर असरइस धमाके का बाजार पर कई तरह से असर पड़ेगा। सबसे पहले, सुरक्षा और जांच के चलते लाल किला मेट्रो स्टेशन और आसपास के बाजारों को तुरंत बंद कर दिया गया है। यानी वहां लोगों की आवाजाही सीमित हो सकती है। इससे रोजाना करोड़ों रुपये के कारोबार पर असर हो सकता है। साथ ही, लाल किला और चांदनी चौक के रास्ते, जहां सामान की लोडिंग और अनलोडिंग होती है, वहां भी असर पड़ने की आशंका है। इससे थोक विक्रेताओं की सप्लाई चेन पर गहरा असर पड़ेगा और देश के दूसरे हिस्सों में सामान भेजने में देरी होगी।
यह बाजार एक बड़ा पर्यटन स्थल भी है। लाल किले के पास इस तरह की घटना लोगों के मन में डर पैदा करेगी। अगले कुछ हफ्तों तक बाजार और मेट्रो स्टेशन पर लोगों की भीड़ कम हो सकती है। इससे खुदरा बिक्री पर असर पड़ेगा। लाल किला दिल्ली का एक मशहूर पर्यटन स्थल है। इस घटना के कारण विदेशी और घरेलू पर्यटक अपनी यात्रा रद्द कर सकते हैं। इससे स्थानीय रेस्टोरेंट, होटल और टूर गाइड के कारोबार को भी नुकसान होगा।
व्यापार की रफ्तार होगी धीमी
पुलिस की जांच और हाई अलर्ट के कारण इस इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी जाएगी। हो सकता है कि नए सुरक्षा नियम लागू हों, जैसे पार्किंग पर सख्ती या सामान की ज्यादा जांच। इससे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए बाजार में आना-जाना मुश्किल हो जाएगा और व्यापार की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी।
यह बाजार सिर्फ सामान खरीदने-बेचने की जगह नहीं है, बल्कि यह हजारों लोगों की रोजी-रोटी का जरिया है। यहां छोटे-बड़े व्यापारी, कारीगर, मजदूर और दुकानदार काम करते हैं। इस घटना का सीधा असर इन सभी लोगों की जिंदगी पर पड़ेगा। बाजार के बंद होने या धीमा होने से उनकी कमाई पर असर पड़ेगा, जिससे उनके परिवारों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
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