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सिमरन शर्मा का विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड और सिल्वर छीन जाएगा? डोपिंग में फंसा गाइड

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नई दिल्ली: विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया। भारत के खाते में कुल 22 मेडल आए। यह अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। हालांकि अब भारत के लिए दो मेडल जीतने वाली रेसर सिमरन शर्मा परेशानी में दिख रही हैं। सिमरन के गाइड उमर सैफी का नाम नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) की डोपिंग के कारण अस्थायी रूप से निलंबित किए गए एथलीटों की सूची में आ गया है।

उमर पर स्टेरॉयड लेने का आरोप
नाडा ने 9 अक्टूबर को जारी अपनी सूची में बताया कि उमर सैफी डोपिंग टेस्ट में फेल हुए हैं। उन पर प्रतिबंधित पदार्थ ड्रोस्टानोलोन के सेवन का आरोप है। ड्रॉस्टानोलोन एक स्टेरॉयड है। इससे एथलीट का प्रदर्शन बेहतर होता है। यह शरीर में मांसपेशियों को बढ़ाने और फैट को कम करने में मदद करता है। वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी (WADA) ने प्रदर्शन बढ़ाने वाले इस पदार्थ पर रोक लगा रखी है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि उनका परीक्षण कहां और कब किया गया था।


20 साल के उमर सैफी ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुई विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दृष्टिबाधित पैरा एथलीट सिमरन शर्मा के गाइड थे। सैफी की मदद से सिमरन ने महिलाओं की 100 मीटर T12 दौड़ में गोल्ड मेडल और 200 मीटर T12 दौड़ में सिल्वर मेडल जीता था। सिमरन के पति और कोच गजेंद्र शर्मा ने दावा किया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। गजेंद्र शर्मा ने एक अखबर को बताया, 'यह हमारे लिए भी एक खबर है। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, हो सकता है कि उसने विश्व चैंपियनशिप के दौरान कहीं टेस्ट कराया हो।'


सिमरन का मेडल छीन जाएगा?
उमर सैफी के डोपिंग टेस्ट में फेल होने का मतलब है कि सिमरन के दोनों मेडल पर खतरा मंडरा रहा है। इंटरनेशनल पैरालंपिक समिति के डोपिंग रोधी नियमों के अनुसार, गाइड को आधिकारिक तौर पर एथलीट सहायक के रूप में माना जाता है। यदि गाइड रेसर डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन करते पाए जाते हैं तो पदक वापस लिए जा सकते हैं।
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