दिवाली रोशनी का त्योहार होने के साथ-साथ कार कंपनियों के लिए सबसे ज्यादा बिक्री वाला समय होता है। यह साल ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए काफी अच्छा बीता। दिवाली पर गाड़ियों की खूब बिक्री हुई, इतनी कि पुराने रिकॉर्ड टूट गए। गाड़ियों की सेल्स में 35% तक का जबरदस्त उछाल देखा गया। बिक्री में इस बढ़ोतरी के मुख्य कारण GST घटने से गाड़ियों की कीमत में आई कमी और आकर्षक फाइनेंस स्कीमें रहीं, जिसने ग्राहकों में खरीदारी का उत्साह भर दिया। साथ ही फेस्टिवल सीजन के दौरान गाड़ियों पर आकर्षक डिस्काउंट ऑफर्स ने भी अहम भूमिका निभाई। आइए आपको बताते हैं कि किस कंपनी की कितनी गाड़ियां बिकीं।
बिक्री में रिकॉर्ड तोड़ ग्रोथनवरात्रि के पहले दिन से नई जीएसटी दरें लागू हुई थीं। इससे छोटी से लेकर बड़ी तक सभी गाड़ियां सस्ती हो गई थीं। उम्मीद थी कि इससे कारों की बिक्री बढ़ेगी और ऐसा हुआ भी। नवरात्रि से दिवाली तक की अवधि में बिक्री में तेज उछाल आया। शुरुआती अनुमानों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल सेल्स में 15% से 35% तक की ईयर-ऑन-ईयर (YoY) बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा मांग SUV और इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रही। अकेले धनतेरस के दिन 51 हजार से ज्यादा नई गाड़ियां ग्राहकों को डिलीवर की गईं, जो कि एक रिकॉर्ड है।
सबसे ज्यादा गाड़ियां बेचने वाली कंपनियां 1. मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) बनी नंबर 1मारुति सुजुकी बिक्री के मामले में सबसे आगे रही। इस कंपनी ने कुल 3.25 लाख गाड़ियां बेचीं। साथ ही इस दौरान मारुति को लगभग 4.50 लाख बुकिंग मिलीं। मारुति की डिजायर लगातार लोगों की पहली पसंद बनी हुई है।
2. दूसरे नंबर पर टाटा मोटर्स (Tata Motors)टाटा मोटर्स ने भी अभूतपूर्व प्रदर्शन किया, जिसकी बिक्री में पिछले साल के मुकाबले लगभग 33% की बढ़ोतरी हुई। टाटा कंपनी ने एक लाख से ज्यादा गाड़ियां डिलीवर कीं। इस ग्रोथ में टाटा की SUVs का बड़ा योगदान रहा। एसयूवी सेगमेंट में आने वाली नेक्सॉन की खूब डिमांड रही। इसकी बिक्री में 73% की बढ़ोतरी हुई और 38 हजार से ज्यादा यूनिट्स बिकीं।
पंच ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। इसकी बिक्री 29% बढ़कर 32 हजार यूनिट्स तक पहुंच गई। इसके साथ ही कंपनी ने 10 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां डिलीवर कीं, जो लोगों का EVs के प्रति बढ़ते रुझान को दर्शाता है।
3. तीसरे नंबर पर हुंडई (Hyundai) फेस्टिवल सीजन के दौरान हुंडई कंपनी ने बिक्री में लगभग 30% की बढ़ोतरी दर्ज की और प्रतिदिन औसतन 2,500 यूनिट्स की डिलीवरी की। इस दौरान पूछताछ में 10% और बुकिंग में लगभग 17% की बढ़ोतरी हुई।
बिक्री में रिकॉर्ड तोड़ ग्रोथनवरात्रि के पहले दिन से नई जीएसटी दरें लागू हुई थीं। इससे छोटी से लेकर बड़ी तक सभी गाड़ियां सस्ती हो गई थीं। उम्मीद थी कि इससे कारों की बिक्री बढ़ेगी और ऐसा हुआ भी। नवरात्रि से दिवाली तक की अवधि में बिक्री में तेज उछाल आया। शुरुआती अनुमानों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल सेल्स में 15% से 35% तक की ईयर-ऑन-ईयर (YoY) बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा मांग SUV और इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रही। अकेले धनतेरस के दिन 51 हजार से ज्यादा नई गाड़ियां ग्राहकों को डिलीवर की गईं, जो कि एक रिकॉर्ड है।
सबसे ज्यादा गाड़ियां बेचने वाली कंपनियां 1. मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) बनी नंबर 1मारुति सुजुकी बिक्री के मामले में सबसे आगे रही। इस कंपनी ने कुल 3.25 लाख गाड़ियां बेचीं। साथ ही इस दौरान मारुति को लगभग 4.50 लाख बुकिंग मिलीं। मारुति की डिजायर लगातार लोगों की पहली पसंद बनी हुई है।
2. दूसरे नंबर पर टाटा मोटर्स (Tata Motors)टाटा मोटर्स ने भी अभूतपूर्व प्रदर्शन किया, जिसकी बिक्री में पिछले साल के मुकाबले लगभग 33% की बढ़ोतरी हुई। टाटा कंपनी ने एक लाख से ज्यादा गाड़ियां डिलीवर कीं। इस ग्रोथ में टाटा की SUVs का बड़ा योगदान रहा। एसयूवी सेगमेंट में आने वाली नेक्सॉन की खूब डिमांड रही। इसकी बिक्री में 73% की बढ़ोतरी हुई और 38 हजार से ज्यादा यूनिट्स बिकीं।
पंच ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। इसकी बिक्री 29% बढ़कर 32 हजार यूनिट्स तक पहुंच गई। इसके साथ ही कंपनी ने 10 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां डिलीवर कीं, जो लोगों का EVs के प्रति बढ़ते रुझान को दर्शाता है।
3. तीसरे नंबर पर हुंडई (Hyundai) फेस्टिवल सीजन के दौरान हुंडई कंपनी ने बिक्री में लगभग 30% की बढ़ोतरी दर्ज की और प्रतिदिन औसतन 2,500 यूनिट्स की डिलीवरी की। इस दौरान पूछताछ में 10% और बुकिंग में लगभग 17% की बढ़ोतरी हुई।
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