लाइव हिंदी खबर :- सूरत पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले में ठगी के आरोपी गिरीश डेयोरा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को पकड़ने के लिए एक महिला पुलिस अधिकारी ने 15 दिनों तक उसकी व्हाट्सएप गर्लफ्रेंड बनकर जाल बिछाया और आखिरकार उसे बाहर निकलने पर मजबूर किया।
आरोपी पर आरोप है कि उसने अपने दोस्त के नाम पर फॉर्च्यूनर कार खरीदी और उसके लिए लोन लिया, लेकिन कुछ ही हफ्तों बाद उसने लोन चुकाना बंद कर दिया, दोस्ती तोड़ दी और कार के फर्जी दस्तावेज बनाकर उसे किसी और व्यक्ति को बेच दिया।
पुलिस इंस्पेक्टर बीबी कारपाड़ा ने बताया कि करीब चार महीने पहले हमारे थाने में यह फ्रॉड केस दर्ज हुआ था। जांच में पता चला कि आरोपी लगातार फरार था और पुलिस की पकड़ से बचने के लिए जगह बदलता रहता था। तब हमारी एक महिला अधिकारी ने रणनीति के तहत उसके साथ सोशल मीडिया पर संपर्क किया और खुद को उसकी व्हाट्सएप फ्रेंड बताया।
कई दिनों की बातचीत के बाद आरोपी भरोसे में आ गया और मिलने के लिए तैयार हुआ। जैसे ही वह तय स्थान पर पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले ने यह भी उजागर किया है कि डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का दुरुपयोग कैसे बढ़ता जा रहा है।
पुलिस अब साइबर तकनीकों का इस्तेमाल कर अपराधियों तक पहुंचने में पहले से ज्यादा सक्षम हो गई है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है और यह जांच की जा रही है कि क्या उसने इसी तरह की ठगी के अन्य मामले भी किए हैं।
You may also like

बांग्लादेश चुनाव से पहले यूनुस और जमात में पड़ी फूट, फिर भड़क सकती है हिंसा

उत्तराखंड की प्रसिद्ध फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए बंद

आंध्र प्रदेश: वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ में नौ लोगों की मौत, कैसे हुआ हादसा?

तिगरी गंगा मेला : गढ़ व कांकाठेर समेत पांच स्टेशनों पर रुकेंगी सभी प्रमुख ट्रेनें

हेमकुंड एक्सप्रेस बहाल, वैष्णो देवी की यात्रा होगी आसान




