अगली ख़बर
Newszop

आंध्र प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों के निजीकरण के खिलाफ वाईएसआर कांग्रेस 12 नवंबर को निकालेगी रैलियां

Send Push

अमरावती, 9 नवंबर . आंध्र प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों के निजीकरण के खिलाफ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने 12 नवंबर को सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां निकालने का ऐलान किया है.

राज्य समन्वयक सज्जला रामकृष्णा रेड्डी ने Sunday को पार्टी पदाधिकारियों से इस कार्यक्रम को एक मजबूत जनआंदोलन का रूप देने की अपील की. उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन Government ने स्वास्थ्य प्रणाली को कमजोर कर दिया है और लोगों में बढ़ते असंतोष को मजबूत तरीके से सामने लाना जरूरी है.

सज्जला रेड्डी ने ये बातें सीईसी और एसईसी सदस्यों, संबद्ध इकाइयों के पदाधिकारियों, मंडल अध्यक्षों, जिला परिषद अध्यक्षों-उपाध्यक्षों और अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ हुई टेली-कॉन्फ्रेंस में कहीं. उन्होंने कहा कि आगामी रैलियां जनता की भावना को प्रतिबिंबित करें और राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करें.

उन्होंने जातीय समूहों, स्वयंसेवी संगठनों, ट्रेड यूनियनों और समान विचारधारा वाले सभी वर्गों को आंदोलन में शामिल करने पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने जमीनी स्तर पर पार्टी समितियों के गठन और संगठनात्मक डेटा के डिजिटलीकरण को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया. उनके अनुसार, इससे 13 लाख सदस्यों वाली मजबूत संगठनात्मक टीम तैयार होगी और भविष्य के कार्यक्रमों में बेहतर समन्वय संभव हो सकेगा.

वाईएसआरसीपी केंद्रीय कार्यालय प्रभारी लेल्ला अप्पी रेड्डी ने सभी नेताओं से 12 नवंबर की रैलियों को जनता की भावनाओं को जोरदार तरीके से सामने लाने और पार्टी की ताकत दिखाने की अपील की.

इस बीच, पार्टी प्रवक्ता और पूर्व सांसद गोरंटला माधव ने आरोप लगाया कि गठबंधन Government के सत्ता में आने के बाद से टीडीपी नेता कुरुबा समुदाय के लोगों पर हमले कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मंत्री नारा लोकेश द्वारा श्री भक्त कनकदासु की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना तब अनुचित है जब कुरुबा परिवार डर और हमलों का सामना कर रहे हैं.

माधव ने कहा कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के पांच साल के शासन में कुरुबा समुदाय को सम्मान मिला, लेकिन गठबंधन Government के आने के बाद टीडीपी नेता उन्हें निशाना बना रहे हैं, परेशान कर रहे हैं और हिंसा कर रहे हैं. उन्होंने राप्ताडु के कुरुबा लिंगमय्या, आलूर के बंदारु वीरन्ना और कनागानपल्ली के मुरली की “हत्याओं” का उल्लेख करते हुए इसके लिए टीडीपी नेताओं को जिम्मेदार ठहराया.

उन्होंने बताया कि वाईएस जगन जब पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे, तब भी Government ने लगभग 50 कुरुबा समुदाय के सदस्यों पर झूठे केस दर्ज कर दिए.

माधव ने नारा लोकेश से मांग की कि वे लिंगमय्या के परिवार से मिलें, माफी मांगें और सम्मान प्रकट करें. साथ ही, उन्होंने कुरुबा समुदाय के सदस्यों पर दर्ज “फर्जी केसों” को भी तुरंत वापस लेने की मांग की.

डीएससी

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें