मुंबई, 21 अप्रैल . मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है. मुंबई में एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के लिए खुदाई का कार्य करीब पूरा हो चुका है और अब स्टील रीइन्फोर्समेंट का काम किया जा रहा है.
मुंबई में स्थित बीकेसी बुलेट स्टेशन को जमीन से करीब 24 मीटर की गहराई पर बनाया जा रहा है. इस स्टेशन में प्लेटफॉर्म, कॉनकोर्स और सर्विस फ्लोर समेत तीन फ्लोर होंगे. स्टेशन पर छह प्लेटफॉर्म होंगे. प्रत्येक प्लेटफॉर्म की लंबाई लगभग 415 मीटर होगी, जिस पर आसानी से 16 कोच वाली बुलेट ट्रेन आ सकती है. यह अंडरग्राउंड बुलेट ट्रेन स्टेशन सड़क के साथ-साथ मेट्रो से भी जुड़ा होगा.
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लंबाई 508 किलोमीटर होगी. नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) की ओर से साझा ताजा अपडेट के मुताबिक, 18 अप्रैल तक बुलेट ट्रेन के 293 किलोमीटर ट्रैक पर वायाडक्ट निर्माण का काम पूरा हो चुका है. साथ ही, 320 किलोमीटर ट्रैक पर गर्डर कास्टिंग का काम पूरा हो चुका है.
इसके अतिरिक्त, बुलेट ट्रेन रूट पर पड़ने वाली 14 नदियों पर पुलों के निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है.
एनएचएसआरसीएल ने बताया कि गुजरात में 143 किलोमीटर के ट्रैक बेड का कार्य किया जा चुका है. वहीं, वायाडक्ट पर नॉइज बैरियर लगाने को लेकर कार्य तेजी से किया जा रहा है और अब तक तीन लाख के करीब नॉइज बैरियर लगाए जा चुके हैं.
इसके अलावा, सूरत-बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशनों के बीच 100 से अधिक ओएचई मास्ट लगाए जा चुके हैं, जो मेनलाइन वायाडक्ट के लगभग दो किलोमीटर हिस्से को कवर करते हैं.
इससे पहले, एनएचएसआरसीएल ने बताया था कि गुजरात के बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशन का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है और केवल फिनिशिंग का कार्य ही रह गया है. बिलिमोरा गुजरात के नवसारी जिले में एक नगर है, जो सूरत और मुंबई के बीच में स्थित है.
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एबीएस/एकेजे
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