तियानजिन, 31 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi Sunday को सीसीपी यानि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिवालय पहुंचे. उन्होंने पार्टी के महासचिव कै क्यू से मुलाकात की. जो सत्ताधारी पार्टी की पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के सदस्य हैं. इस दौरान दोनों ने भारत चीन सहयोग को मजबूत बनाने पर बातचीत की.
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) चीन का एक राजनीतिक दल है. 1949 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना के बाद से, सीसीपी का बोलबाला रहा है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ही पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) की संस्थापक और सत्तारूढ़ पार्टी है.
इससे पहले Sunday को, Prime Minister मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तियानजिन में द्विपक्षीय वार्ता की. इस दौरान, Prime Minister मोदी ने आपसी विश्वास और सहयोग को जरूरी बताया.
वहीं जिनपिंग ने ड्रैगन और हाथी के साथ चलने की बात कही और दोनों देशों के सुधरते रिश्तों पर मुहर लगाई. जिनपिंग ने कहा, चीन और भारत दो प्राचीन सभ्यताएं हैं. हम दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं. हम ग्लोबल साउथ के भी महत्वपूर्ण सदस्य हैं. हम दोनों अपने लोगों की भलाई के लिए जरूरी सुधार लाने और मानव समाज की प्रगति को बढ़ावा देने की ऐतिहासिक जिम्मेदारी निभाते हैं.
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के लिए यह सही है कि ऐसे साझेदार बनें जो एक-दूसरे की सफलता में सहायक हों. ड्रैगन और हाथी एक साथ आएं. उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए कहा कि दुनिया सौ साल के बड़े बदलावों से गुजर रही है. अंतरराष्ट्रीय हालात अस्थिर और जटिल हैं.
लगभग सात साल बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई जो लगभग 50 मिनट तक चली. गलवान झड़प के बाद ये पहला मौका है जब पीएम चीन पहुंचे, वो यहां एससीओ समिट में शिरकत करने पहुंचे हैं. सम्मेलन में एससीओ सदस्य ही नहीं बल्कि ऑब्जर्वर और पार्टनर देशों को मिलाकर 20 से ज्यादा देशों के नेता हिस्सा ले रहे हैं.
–
केआर/
You may also like
वाश लेवल 2: बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन जारी
कीव ने एससीओ समिट के बयान में रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र न होने पर जताई नाराजगी
यूपी टी20 लीग में लखनऊ फाल्कन्स की धमाकेदार जीत, काशी रुद्राज को 59 रन से हराया
चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर आए वक्तव्य पर संसदीय समिति ने प्रधानमंत्री ओली से जवाब मांगा
मराठा आरक्षण आंदोलन: रामदास अठावले ने मनोज जरांगे की प्रशंसा की, प्रदर्शन को नियंत्रित रखने की अपील