भोपाल: मध्य प्रदेश में मास सुसाइड की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक ही परिवार के 4 लोगों ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली। मरने वालों में पति-पत्नी और 2 बच्चे शामिल हैं। आरंभिक जांच के बाद आशंका व्यक्त की जा रही है कि दंपति ने पहले बच्चों को जहर दिया और फिर फांसी लगाकर जान दे दी। सुसाइड नोट में कर्ज के जाल में फंसने का जिक्र किया गया है। घटना भोपाल के रातीबड़ इलाके की है। यहां एक मकान में दंपति का शव फंदे से लटका मिला वहीं 2 बच्चों का शव नीचे पड़ा था। बताया जा रहा है कि परिवार ने कर्ज से परेशान होकर ऐसा आत्मघाती कदम उठाया है। पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर मामले की छानबीन में जुट गई है।
सामूहिक दाह-संस्कार की इच्छा व्यक्त की सुसाइड नोट में परिवार के मुखिया ने चारों शवों के सामूहिक दाह-संस्कार की इच्छा व्यक्त की है। यह भी लिखा है कि हमारे शवों का पोस्टमॉर्टम ना किया जाए ताकि हम साथ रह सकें। सुसाइड नोट में आखिर में सॉरी फॉर एवर लिखकर स्माइली वाली इमोजी बनाई गई है। दरअसल, पुलिस को शवों के पास 4 पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि कृपया मेरे परिवार को माफ कर दें। मैं मजबूर हूं। शायद हमारे जाने के बाद सब अच्छा हो जाएगा। मेरे सभी से यही निवेदन है कि हमारे जाने के बाद हमारे परिवार को लोन के लिए परेशान ना किया जाए। ना ही किसी कलीग या रिश्तेदार को तंग करें। परिवार के मुखिया ने मां-बाप, सास-ससुर, तीनों बहनों, भाई और सालियों से माफी मांगी है। लिखा है कि हमारा साथ बस यहीं तक था।
परिजनों ने कहा कि उन्हें इसका अंदाजा नहीं था घटना को लेकर परिजनों का कहना है कि हमारी सुबह ही सबसे बात हुई थी। सबकुछ सामान्य था। वे लोग ठीक लग रहे थे। समझ नहीं आ रहा है कि उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठा लिया। पुलिस ने फिलहाल शवों का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है। सुसाइड नोट को जब्त कर उसकी जांच कर रही है। पता लगाने का प्रयास जारी है कि उन्होंने कौन सा लोन लिया था।
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