एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली एक महिला को यूके के बर्मिंघम में नौकरी से निकाल दिया गया, क्योंकि उसने प्रेग्नेंसी के दौरान घर से काम करने की अनुमति मांगी थी। उसके मैनेजर ने उसे एक टेक्स्ट मैसेज भेजा जिसमें उसने 'जैज हैंड' इमोजी का इस्तेमाल किया। इसके परिणामस्वरूप, यूके एंप्लॉयमेंट ट्रिब्यूनिल ने उसे 93,000 यूरो (लगभग एक करोड़ रुपये) का मुआवजा दिया।
यह घटना तब शुरू हुई जब कबीर ने मिलुस्का को एक संदेश भेजा, जिसमें उसने बताया कि कंपनी उसकी अनुपस्थिति में काम नहीं कर पा रही है। यह संदेश 1 दिसंबर 2022 को भेजा गया था। कबीर ने कहा कि वह उम्मीद करता है कि मिलुस्का जल्द ठीक होकर काम पर लौटेगी।
मिलुस्का, जो प्रेग्नेंट थी, ने कबीर को बताया कि उसे मॉर्निंग सिकनेस हो रही है और उसने वर्क फ्रॉम होम की मांग की। उसने अपने मैनेजर को सूचित किया कि उसकी मिडवाइफ ने उसे अगले दो दिनों तक घर से काम करने की सलाह दी है।
कबीर ने मिलुस्का से पूछा कि क्या वह अगले सप्ताह कुछ दिनों के लिए काम कर सकती है, लेकिन 1 दिसंबर को उसने उसे एक संदेश भेजा जिसमें कहा गया कि कंपनी को किसी और को ढूंढना होगा।
मिलुस्का ने इस संदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह प्रेग्नेंसी से संबंधित समस्याओं का सामना कर रही है और फिर भी उसे नौकरी से निकाल दिया गया।
जज ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि मिलुस्का को प्रेग्नेंसी के कारण निकाला गया था, जो गलत था। इसके परिणामस्वरूप, उसे £93,616.74 का मुआवजा मिला। यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और लोग मिलुस्का का समर्थन कर रहे हैं।
You may also like
सांसद डॉ जावेद ने कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव तैयारी को लेकर की बैठक
Bromance OTT Release Date: When and Where to Watch the Malayalam Comedy Starring Mathew Thomas and Arjun Ashokan
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में 48 पर्यटन स्थल बंद, सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश पर उमर सरकार का फैसला
जहां मिले देखते ही तोड़ लेना यह फूल, मात्र 4 घंटे में बदल देगी आपकी दुनिया ⤙
भारत से तनाव बढ़ने के बीच पीटीआई ने जेल में बंद अपने नेता इमरान खान को रिहा करने की मांग उठाई