भारतीय सेना ने कहा है कि उसने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत नौ ठिकानों पर 'आतंकवादियों के कैंपों' पर हमले किए हैं.
भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने बुधवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हमले के बारे में विस्तृत जानकारी दी है. इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में ने बताया कि भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' में "नौ ठिकानों पर आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया और उन्हें पूरी तरह से बर्बाद किया गया."
उधर पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि भारतीय हवाई हमलों में बच्चों और महिलाओं समेत 26 लोग मारे गए हैं और 46 घायल हुए हैं.
मंगलवार की देर रात एक बयान में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ़्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ़ चौधरी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अहमदपुर शरक़िया, मुरीदके, सियालकोट और शकरगढ़ जबकि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में कोटली और मुज़फ़्फ़राबाद को निशाना बनाया है.
भारत ने किन जगहों पर किया हमला?कर्नल सोफ़िया कुरैशी ने बताया है कि "पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेरर इन्फ़्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है, जिसमें भर्ती, ट्रेनिंग और लॉन्च पैड भी शामिल थे, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में फैले हैं. "
इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में ऐसी जगहों के बारे में जानकारी दी गई थी जहां 'आतंकी कैंप थे.'
बीबीसी उर्दू ने उन जगहों और वहां हुए नुक़सान की जानकारी दी है, जहां भारतीय सेना ने हमला किया है.
किन जगहों पर हुए हमले?अहमदपुर शरक़िया (बहावलपुर)
अहमदपुर शरक़िया पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर ज़िले का एक ऐतिहासिक क़स्बा है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के मुताबिक़ इस इलाक़े में मस्जिद सुब्हान को निशाना बनाया गया जिस पर चार हमले किए गए, जिनसे मस्जिद और उसकी आसपास की आबादी को नुक़सान पहुंचा.
उनका कहना है कि इन हमलों में पांच लोग मारे गए हैं, जिनमें एक तीन साल की बच्ची, दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं. उनका कहना था कि इन हमलों में 31 लोग घायल भी हुए हैं.
ध्यान रहे कि बहावलपुर प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर भी रहा है और मदरसतुल साबिर और जामा मस्जिद सुब्हान उसी का हिस्सा हैं.
मुरीदके
मुरीदके पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखूपुरा ज़िले का शहर है, जो लाहौर से लगभग 40 किलोमीटर उत्तर में स्थित है.
लाहौर के पास बसा यह शहर पहले जमात-उद-दावा के केंद्र दावा वल-इरशाद की वजह से भी ख़बरों में रहा है.
सेना के प्रवक्ता का कहना है कि मुरीदके में मस्जिद उम्मूल क़ुरा और उसके आसपास स्थित क्वार्टर चार भारतीय हमलों का निशाना बने हैं. इन हमलों में एक शख़्स मारा गया और एक घायल हुआ है, जबकि दो लोग लापता हैं.
बीबीसी के संवाददाता उमर दराज़ नांगियाना बुधवार की सुबह मुरीदके में उस जगह पहुंचे जहां रात में भारतीय हमला हुआ. उनके अनुसार मुरीदके में जो इमारत निशाना बनी है वह मुरीदके शहर से थोड़ी दूर जीटी रोड से हटकर, मगर आबादी के अंदर है जो एक बड़े रक़बे पर फैली हुई है और यहां चारों तरफ़ बाड़ लगी हुई है.
उन्होंने बताया कि 'स्थानीय लोगों के मुताबिक़ इस परिसर के अंदर एक अस्पताल और एक स्कूल है और उनके बिल्कुल पास की इमारत को निशाना बनाया गया है जिसके साथ एक बड़ी मस्जिद भी थी. हमले के बाद यह इमारत ध्वस्त हो गई और इसका मलबा दूर दूर तक फैला हुआ है. हमले से मस्जिद के भी एक हिस्से को नुक़सान पहुंचा है, जबकि इस कॉम्प्लेक्स पर भी असर पड़ा है.'
उमर दराज़ के अनुसार स्कूल और अस्पताल की इमारत के साथ कुछ और भी इमारतें थीं जो देखने में आवासीय परिसर का हिस्सा लग रही थीं जबकि एक तरफ़ कुछ क्वार्टर्स भी हैं जिनमें स्थानीय लोगों के अनुसार कर्मचारी रहते हैं.
बीबीसी संवाददाता के अनुसार पहले यह स्थान जमात-उद-दावा और उससे जुड़े संगठनों की कल्याणकारी गतिविधियों का केंद्र था जिसके लिए एजुकेशन कॉम्प्लेक्स और हेल्थ सेंटर बनाए गए थे. लेकिन इस संगठन पर पाबंदी लगने के बाद पाकिस्तान सरकार ने इस जगह की व्यवस्था अपने हाथों में लेकर उसे आम लोगों को सुविधा पहुंचाने के केंद्र के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था.

मुज़फ़्फ़राबाद
यह शहर पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की राजधानी है जहां कई महत्वपूर्ण दफ़्तर और सरकारी इमारतें हैं.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बताया है कि यहां शवाई नाला में स्थित एक मस्जिद निशाना बनी है जिसका नाम मस्जिद-ए-बिलाल है.
बीबीसी की संवाददाता ताबिंदा कौकब के अनुसार शवाई नाला मुज़फ़्फ़राबाद में मेन रोड पर है जो ऊपर पहाड़ी तक जाता है और इस पहाड़ी के सबसे ऊपर वाली जगह को शहीद गली कहा जाता है.
वो बताती हैं कि हमले का निशाना बनने वाले शवाई और इससे लगे समां बांडी से कुछ लोग शहर के दूसरे इलाक़ों में जा रहे हैं. इस वक़्त गाड़ियों की कतारें हैं, कुछ लोग अपने रिश्तेदारों की ख़ैरियत पूछने और उन्हें ले जाने के लिए पहुंचे हैं, जबकि सुरक्षा बल इलाक़े में पहुंच चुके हैं.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता का कहना है कि बिलाल मस्जिद पर सात हमले किए गए हैं, जिनमें एक बच्ची घायल हुई है.
कोटली
कोटली पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में इस्लामाबाद से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर लाइन ऑफ़ कंट्रोल (एलओसी) के पास स्थित है.
सेना के प्रवक्ता का कहना है कि कोटली में भी एक मस्जिद निशाना बनी और इस हमले में एक 16 साल की लड़की और 18 साल के एक युवक की मौत हो गई जबकि दो महिलाएं ज़ख़्मी हुई हैं.
सियालकोट
सियालकोट चिनाब नदी के किनारे स्थित पंजाब प्रांत का एक अहम शहर है. यहां से जम्मू का इलाक़ा केवल 48 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर की दिशा में स्थित है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के अनुसार सियालकोट के उत्तर में गांव कोटली लोहारां पर दो गोले दागे गए हैं जिनमें से एक फट नहीं सका. उनका कहना है कि इस हमले में कोई जानी नुक़सान नहीं हुआ.
शकरगढ़
शकरगढ़ पंजाब के ज़िला नारोवाल की तहसील है. इसके पूर्व में भारत का ज़िला गुरदासपुर जबकि उत्तर में जम्मू का इलाक़ा है यानी इसकी सरहद पाकिस्तान और भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा दोनों से मिलती है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता का कहना है कि शकरगढ़ पर भी दो गोले दागे गए जिनसे एक डिस्पेंसरी को मामूली नुक़सान पहुंचा है.
हमले के बारे में अब तक मिली जानकारीजम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले के दो हफ़्ते बाद, भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की कई जगहों पर ये हमले किए हैं.
भारत ने इन हमलों को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया है.
भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ये हमले बीते 22 अप्रैल को "पहलगाम में हुए हमले के जबावदेह लोगों को सज़ा दिलाने की उनकी प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं."
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी.
भारत ने पहलगाम हमले के लिए 'पाकिस्तानी आतंकियों और उसके इन्फ़्रास्ट्रक्चर को ज़िम्मेदार ठहराया.' हालांकि पाकिस्तान हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार करता रहा है.
भारतीय सेना का कहना है कि उसने उन ''आतंकी ढांचे'' को निशाना बनाया, जहां से भारत पर ''आतंकी हमलों की योजना बनाई गई थी और उन्हें अंजाम दिया गया था."
अपने बयान में भारतीय सेना ने कहा कि हमले में उसने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया है. सेना के मुताबिक़ उनकी ''कार्रवाई की प्रवृत्ति बहुत केंद्रित, नपी-तुली थी और उकसावे वाली नहीं थी.''
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने पाकिस्तान के एक निजी चैनल जिओ टीवी से बात करते हुए कहा है कि ''आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाने वाला भारत का दावा झूठा है." उन्होंने कहा कि हमलों की चपेट में रिहायशी इलाक़े आए हैं.
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